Friday 11 December 2009

स्वागत

इस ब्लॉग में आप का स्वागत है।

आपका
भवेश चंद

  क्या हो जाता गर दिल खोल लेने देते जीभर बोल लेने देते मन की कह लेने देते उनका इजहार हो जाता आपका इनकार हो जाता क्या हो जाता गर कटवा लेते जर...