वो कोई एक
जो जानता है
तूफानों से –
खामोशी चुराने का हुनर
वो मैं नहीं
वो तू नहीं
वो कोई एक
जो जानता है
भरी भीड़ में –
कैसे रहते हैं सबसे इतर
वो मैं नहीं
वो तू नहीं
वो कोई एक
जो जानता है
मीठे बोल से –
कैसे घोला जाता है जहर
वो मैं नहीं
वो तू नहीं
वो कोई एक
जो जानता है
कैसे चलेगी –
यहां मेरे नाम की लहर
वो मैं नहीं
वो तू नहीं
वो कोई एक
जो जानता है
आसान नहीं –
कठिन है सत्ता की डगर
वो मैं नहीं
वो तू नहीं
पर, वो एक है
अब जान गया है
रहकर सबसे इतर
खामोशियां चुराकर
घोलकर जहर
सहारे नाम की लहर
सत्ता की डगर
इस देश में लंबा नहीं चल सकते
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