क्या हो जाता गर
दिल खोल लेने देते
जीभर बोल लेने देते
मन की कह लेने देते
क्या हो जाता गर
कटवा लेते जरा चिकोटी
सुन लेते उनकी जली-कटी
दिल-दिल की खरी-खोटी
जोराजोरी बातों की हो जाती
सरगोशी भरे बाजार हो जाती
क्या हो जाता गर
वो कह देते जा-बेवफा आपको
अक्स आईने में दिखा देते आपको
यूं भी वफा से कब वफा आपको
मोहब्बत की हिमाकत कर लेने देते
आरजू-मिन्नतों का दौर चला लेने देते
क्या हो जाता गर…
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